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शुक्रवार, 5 नवंबर 2021

Chapter 1| रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण | Chemical Reactions and Equations | Sceince 10 | विज्ञान 10


	रासायनिक अभिक्रिया : किसी भी रासायनिक परिवर्तन को रासायनिक अभिक्रिया कहा जाता है | जैसे – दूध का दही बनना, माचिस की तीली का जलना आदि | 	रसायनिक अभिक्रिया  के दो भाग होते है – (1) अभिकारक  (2)उत्पाद | 	अभिकारक : वे पदार्थ जिनमें रासायनिक अभिक्रिया के द्वारा रासायनिक परिवर्तन होता है अभिकारक कहलाते है | जैसे – दूध (दूध से दही बनता है) | 	उत्पाद : अभिक्रिया के दौरान नए बनने वाले पदार्थ उत्पाद कहलाते है | जैसे – दही (दूध से बनने वाला पदार्थ दही है) | 	शब्द-समीकरण में अभिकारकों के उत्पाद में परिवर्तन को उनके मध्य एक तीर का निशान लगाकर दर्शाया जाता है | 	तीर का सिरा उत्पाद की ओर होता है और अभिक्रिया होने की दिशा को दर्शाता है | 	अभिकारकों के बीच योग (+) का चिन्ह  	लगाकर उन्हें बाई ओर (L.H.S.) लिखा जाता है | इसी प्रकार उत्पादों के बीच भी योग (+) का चिन्ह लगाकर उन्हें दाई ओर (R.H.S.) लिखा जाता है | 	शब्दों की जगह रासायनिक सूत्रों का उपयोग करके रासायनिक समीकरणों को अधिक संक्षिप्त और उपयोगी बनाया जा सकता है | जैसे – सोडियम को Na लिखना | 	प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या तीर के दोनों ओर सामान होती है | 	असंतुलित रासायनिक समीकरण को कंकाली समीकरण कहते है |
रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण

	द्रव्यमान संरक्षण के नियम को संतुष्ट करने के लिए रासायनिक समीकरण को संतुलित किया जाता है | 	द्रव्यमान संरक्षण के नियम : किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में द्रव्यमान का ना तो निर्माण होता है ना ही विनाश होता है | 	किसी भी रासायनिक अभिक्रिया के उत्पाद तत्वों का कुल द्रव्यमान अभिकारक तत्वों के कुल द्रव्यमान के बराबर होता है | 	रासायनिक अभिक्रिया के पहले और रासायनिक अभिक्रिया के बाद प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या समान रहती है | 	कंकाली समीकरण को हिट एंड ट्रायल विधि के उपयोग से संतुलित किया जा सकता है | 	रासायनिक अभिक्रिया के प्रकार : संयोजन अभिक्रिया, वियोजन  अभिक्रिया, विस्थापन  अभिक्रिया, द्वि-विस्थापन  अभिक्रिया, उपचयन और अपचयन ये सभी रासायनिक अभिक्रिया के प्रकार है | 	संयोजन अभिक्रिया : संयोजन अभिक्रिया में दो या दो से अधिक पदार्थ मिलकर एक एकल नया उत्पाद बनाते है | 	वियोजन या ऊष्माशोषी अभिक्रिया : वियोजन अभिक्रिया में अभिकारकों को तोड़ने के लिए ऊष्मा, प्रकाश या विद्युत ऊर्जा की आवश्यकता होती है | दूसरे शब्दों में – जिस अभिक्रिया में ऊर्जा का अवशोषण होता है वह ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहलाती है | 	ऊष्माक्षेपी रासायनिक अभिक्रिया : जिन रासायनिक अभिक्रियाओं में उत्पाद के निर्माण के साथ – साथ ऊष्मा भी उत्पन्न होती है | उन्हें ऊष्माक्षेपी रासायनिक अभिक्रिया कहते हैं | 	विस्थापन अभिक्रिया : विस्थापन अभिक्रिया में एक अधिक अभिक्रियाशील तत्व कम अभिक्रियाशील पदार्थ को विस्थापित कर देता है | जैसे आयरन, जिंक और कॉपर को विस्थापित कर देता है क्योंकि आयरन, जिंक और कॉपर से अधिक अभिक्रियाशील है | 	अवक्षेप : ऐसे पदार्थ जो जल में अविलेय (अघुलनशील) होते हैं, अवक्षेप कहलाते हैं | 	अवक्षेपण अभिक्रिया : जिस अभिक्रिया में अवक्षेप का निर्माण होता है, उसे अवक्षेपण अभिक्रिया कहते है | 	द्वि-विस्थापन अभिक्रिया : द्वि-विस्थापन अभिक्रिया में दो भिन्न अणुओं या अणुओं के
रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण

समूहों के बीच आयनों का अदान-प्रदान होता है | 	ऑक्सीजन का योग अथवा हाइड्रोजन का ह्रास आक्सीकरण या उपचयन कहलाता है | 	ऑक्सीजन का ह्रास अथवा हाइड्रोजन का योग अपचयन कहलाता है | 	संक्षारण : जब कोई धातु अपने आस-पास अम्ल, आर्द्रता आदि के संपर्क में आती है तब ये संक्षारित होती हैं और इस प्रक्रिया को संक्षारण कहते हैं | इससे धातुओं की बनी वस्तुओं की बहुत अधिक क्षति होती है | 	विकृतगंधिता : वसा युक्त या तैलीय खाद्य सामग्री को जब लंबे समय तक रखा जाता है तो उसका स्वाद एवं गंध बदल जाती है | इसे ही विकृतगंधिता कहते हैं | 	हमारे भोजन में ऑक्सीजन की वृद्धि से भोजन का उपचयन तेजी से होता है जिससे वह विकृत-गंधित हो जाता है | इसीलिए चिप्स के पैक से ऑक्सीजन गैस निकालकर नाइट्रोजन गैस भरी जाती है | 	संक्षारण और विकृत-गंधिता उपचयन अभिक्रिया के प्रभाव के कारण होते है |
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पेज 6 प्रश्न 1:   वायु में जलाने से पहले मैग्नीशियम रिबन को साफ़ क्यों किया जाता है? उत्तर 1:  मैग्नीशियम बहुत ही क्रियाशील धातु है | जब यह खुले में रखा जाता है, तो इसकी बहरी सतह वातावरण की ऑक्सीजन से क्रिया करके मैग्नीशियम ऑक्साइड की परत बना लेती है | 2Mg       +        O2                              2MgO   मैग्नीशियम               ऑक्सीजन                      मैग्नीशियम ऑक्साइड मैग्नीशियम ऑक्साइड की इसी परत को हटाने के लिए मैग्नीशियम रिबन को रेत पेपर द्वारा साफ़ किया जाता है | प्रश्न 2:   निम्नलिखित रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए संतुलित समीकरण लिखिए: (i)	हाइड्रोजन      +      क्लोरीन                         हाइड्रोजन क्लोराइड (ii)	बेरियम क्लोराइड + एलुमिनियम सल्फेट                बेरियम सल्फेट + एलुमिनियम क्लोराइड (iii)	सोडियम      +      जल                    सोडियम हाइड्रॉक्साइड     +     हाइड्रोजन उत्तर 2: (i)	           H2         +         Cl2                             2HCl (ii)	3BaCl2     +     Al2(SO4)3                               3BaSO4    +    2AlCl3 (iii)	2Na     +      2H2O                       2NaOH      +     H2 प्रश्न 3:   निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए उनकी अवस्था के संकेतों के साथ संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए: (i)	जल में बेरियम क्लोराइड तथा सोडियम सल्फेट के विलयन अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड का विलयन तथा बेरियम सल्फेट का अवक्षेप बनाते हैं | (ii)	सोडियम हाइड्रॉक्साइड का विल्टन (जल में) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के विलयन (जल में) से अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड का विलयन तथा जल बनाते हैं | उत्तर 3: (i)	        BaCl2(aq)  +   Na2SO4(aq)                           BaSO4(s)    +    2NaCl(aq) (ii)	NaOH(aq)    +    HCl(aq)                       NaCl(aq)    +    H2O(l)
रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण

पेज 6 प्रश्न 1:   वायु में जलाने से पहले मैग्नीशियम रिबन को साफ़ क्यों किया जाता है? उत्तर 1:  मैग्नीशियम बहुत ही क्रियाशील धातु है | जब यह खुले में रखा जाता है, तो इसकी बहरी सतह वातावरण की ऑक्सीजन से क्रिया करके मैग्नीशियम ऑक्साइड की परत बना लेती है | 2Mg       +        O2                              2MgO   मैग्नीशियम               ऑक्सीजन                      मैग्नीशियम ऑक्साइड मैग्नीशियम ऑक्साइड की इसी परत को हटाने के लिए मैग्नीशियम रिबन को रेत पेपर द्वारा साफ़ किया जाता है | प्रश्न 2:   निम्नलिखित रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए संतुलित समीकरण लिखिए: (i)	हाइड्रोजन      +      क्लोरीन                         हाइड्रोजन क्लोराइड (ii)	बेरियम क्लोराइड + एलुमिनियम सल्फेट                बेरियम सल्फेट + एलुमिनियम क्लोराइड (iii)	सोडियम      +      जल                    सोडियम हाइड्रॉक्साइड     +     हाइड्रोजन उत्तर 2: (i)	           H2         +         Cl2                             2HCl (ii)	3BaCl2     +     Al2(SO4)3                               3BaSO4    +    2AlCl3 (iii)	2Na     +      2H2O                       2NaOH      +     H2 प्रश्न 3:   निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए उनकी अवस्था के संकेतों के साथ संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए: (i)	जल में बेरियम क्लोराइड तथा सोडियम सल्फेट के विलयन अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड का विलयन तथा बेरियम सल्फेट का अवक्षेप बनाते हैं | (ii)	सोडियम हाइड्रॉक्साइड का विल्टन (जल में) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के विलयन (जल में) से अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड का विलयन तथा जल बनाते हैं | उत्तर 3: (i)	        BaCl2(aq)  +   Na2SO4(aq)                           BaSO4(s)    +    2NaCl(aq) (ii)	NaOH(aq)    +    HCl(aq)                       NaCl(aq)    +    H2O(l)
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पेज 11 प्रश्न 1:   किसी पदार्थ ‘X’ के विलयन का उपयोग सफेदी करने के लिए होता है | (i)	पदार्थ ‘X’ का नाम तथा इसका सूत्र लिखिए | (ii)	 ऊपर (i) में लिखे पदार्थ ‘X’ की जल के साथ अभिक्रिया लिखिए | उत्तर 1:  (i)	पदार्थ ‘X’ का नाम कैल्सियम ऑक्साइड है तथा इसका सूत्र CaO होता है | (ii)	 कैल्सियम ऑक्साइड (बिना बुझा चूना) जल से तीव्र अभिक्रिया करके कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड (बुझा चूना) बनाता है और अत्यधिक मात्रा में ऊष्मा भी उत्पन्न करता है |                  CaO   +   H2O                        Ca(OH)2  प्रश्न 2:   क्रियाकलाप 1.7 में एक परखनली में एकत्रित गैस की मात्रा दूसरी से दोगुनी क्यों है ? उस गैस का नाम बताइए | उत्तर 2:  जल के वैद्युत अपघटन के दौरान, हाइड्रोजन गैस व ऑक्सीजन गैस अलग हो जाती है | जल (H2O) में दो भाग हाइड्रोजन व एक भाग ऑक्सीजन होती है | अभिक्रिया के दौरान एक परखनली में हाइड्रोजन गैस जाती है तथा दूसरी परखनली में ऑक्सीजन गैस जाती है, इसीलिए हाइड्रोजन गैस वाली परखनली की मात्रा, ऑक्सीजन गैस वाली परखनली से दोगुनी होती है |
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पेज 15 प्रश्न 1:   जब लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के विलयन में डुबाया जाता है तो विलयन का रंग क्यों बदल जाता है ? उत्तर 1:  जब लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के विलयन में डुबाया जाता है, तो लोहा (जो कॉपर से अधिक क्रियाशील है) कॉपर सल्फेट विलयन से कॉपर को विस्थापित कर देता है और लोहे का (आयरन) सल्फेट विलयन बनाता है, जो हरे रंग का होता है | इसलिए विलयन का रंग बदल जाता है |                             Fe   +   CuSO4                           FeSO4    +    Cu प्रश्न 2:   क्रियाकलाप 1.10 से भिन्न द्विविस्थापन अभिक्रिया का एक उदाहरण दीजिए | उत्तर 2:  सोडियम कार्बोनेट, कैल्सियम क्लोराइड के साथ अभिक्रिया करके कैल्सियम कार्बोनेट तथा सोडियम क्लोराइड बनाता है | इसमें दोनों ने आयनों का आदान – प्रदान करके दो नए यौगिक बनाये है | अत: यह एक द्विविस्थापन अभिक्रिया है | प्रश्न 3:   निम्न अभिक्रियाओं में उपचयित तथा अपचयित पदार्थों की पहचान कीजिए : (i)	         4Na(s)  +   O2(g)                      2Na2O(s) (ii)	CuO(s) +   H2(g)                     Cu(s) + H2O(l) उत्तर 3:  (i)	इस अभिक्रिया में सोडियम (Na) का उपचयन होता है क्योंकि इसमें ऑक्सीजन प्राप्त होती है और ऑक्सीजन अपचयित होती है | (ii)	इस अभिक्रिया में कॉपर ऑक्साइड (CuO), कॉपर (Cu) में अपचयित हो जाता है | हाइड्रोजन (H2) उपचयित होकर जल (H2O) बनाता है |
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पेज 15 प्रश्न 1:   जब लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के विलयन में डुबाया जाता है तो विलयन का रंग क्यों बदल जाता है ? उत्तर 1:  जब लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के विलयन में डुबाया जाता है, तो लोहा (जो कॉपर से अधिक क्रियाशील है) कॉपर सल्फेट विलयन से कॉपर को विस्थापित कर देता है और लोहे का (आयरन) सल्फेट विलयन बनाता है, जो हरे रंग का होता है | इसलिए विलयन का रंग बदल जाता है |                             Fe   +   CuSO4                           FeSO4    +    Cu प्रश्न 2:   क्रियाकलाप 1.10 से भिन्न द्विविस्थापन अभिक्रिया का एक उदाहरण दीजिए | उत्तर 2:  सोडियम कार्बोनेट, कैल्सियम क्लोराइड के साथ अभिक्रिया करके कैल्सियम कार्बोनेट तथा सोडियम क्लोराइड बनाता है | इसमें दोनों ने आयनों का आदान – प्रदान करके दो नए यौगिक बनाये है | अत: यह एक द्विविस्थापन अभिक्रिया है | प्रश्न 3:   निम्न अभिक्रियाओं में उपचयित तथा अपचयित पदार्थों की पहचान कीजिए : (i)	         4Na(s)  +   O2(g)                      2Na2O(s) (ii)	CuO(s) +   H2(g)                     Cu(s) + H2O(l) उत्तर 3:  (i)	इस अभिक्रिया में सोडियम (Na) का उपचयन होता है क्योंकि इसमें ऑक्सीजन प्राप्त होती है और ऑक्सीजन अपचयित होती है | (ii)	इस अभिक्रिया में कॉपर ऑक्साइड (CuO), कॉपर (Cu) में अपचयित हो जाता है | हाइड्रोजन (H2) उपचयित होकर जल (H2O) बनाता है |
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अभ्यास प्रश्न  प्रश्न 1:   निचे दी गयी अभिक्रिया के सम्बन्ध में कौन सा कथन असत्य है ? 2PbO(s) + C(s)                          2Pb(s) + CO2(g)    (a) सीसा अपचयित हो रहा है | (b) कार्बन डाइऑक्साइड उपचयित हो रहा है | (c) कार्बन अपचयित हो रहा है | (d) लेड ऑक्साइड अपचयित हो रहा है | (i)   (a) एवं (b) (ii)   (a) एवं (c) (iii)   (a) (b) एवं (c) (iv)   सभी  समीक्षा: (a) सीसा अपचयित हो रहा है | →कथन सत्य है | (b) कार्बन डाइऑक्साइड उपचयित हो रहा है | →कथन असत्य है | (c) कार्बन अपचयित हो रहा है | →कथन सत्य है | (d) लेड ऑक्साइड अपचयित हो रहा है | →कथन असत्य है |  उत्तर 1:  (iii)	(a) एवं (c) कथन सत्य है | प्रश्न 2: Fe2O3 + 2Al                            Al2O3 + 2Fe ऊपर दी गई अभिक्रिया किस प्रकार की है | (a) संयोजन अभिक्रिया (b) द्वि-विस्थापन अभिक्रिया (c) वियोजन अभिक्रिया (d) विस्थापन अभिक्रिया उत्तर 2:   (d) विस्थापन अभिक्रिया
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उत्तर 2:   (d) विस्थापन अभिक्रिया प्रश्न 3:  लौह चूर्ण पर तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल डालने से क्या होता है ? सही उत्तर पर निशान लगाये | (a) हाइड्रोजन गैस और एवं आयरन क्लोराइड बनता है | (b) क्लोरीन गैस एवं आयरन हाइड्रॉक्साइड बनता है | (c) कोई अभिक्रिया नहीं होती | (d) आयरन लवण एवं जल बनता है | उत्तर 3:   (a) हाइड्रोजन गैस और एवं आयरन क्लोराइड बनता है |  प्रश्न 4: संतुलित रासायनिक समीकरण क्या है ? रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों आवश्यक है ? उत्तर 4:  जब किसी रासायनिक अभिक्रिया में दोनों पक्षों के प्रत्येक तत्व के परमाणु बराबर संख्या में होते हैं तो ऐसे समीकरण को संतुलित रासायनिक समीकरण कहते है | द्रव्यमान संरक्षण के नियमानुसार – द्रव्यमान न ही बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है | इसलिए प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की कुल संख्या दोनों तरफ बराबर होनी चाहिए | इसलिए रासायनिक समीकरण को संतुलित किया जाता है |  प्रश्न 5: निम्न कथनों को रासायनिक समीकरण के रूप में परिवर्तित कर संतुलित कीजिए | (a) नाइट्रोजन हाइड्रोजन गैस से संयोग करके अमोनिया बनाता है | (b) हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का वायु में दहन होने पर जल एवं सल्फर डाइऑक्साइड बनता है | (c) एलुमिनियम सल्फेट के साथ अभिक्रिया कर बेरियम क्लोराइड, एलुमिनियम क्लोराइड एवं बेरियम सल्फेट का अवक्षेप देता है | (d) पोटैशियम धातु जल के साथ अभिक्रिया करके पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड एवं हाइड्रोजन गैस देता है | उत्तर 5:  (a)          N2 + 3H2                             2NH3 (b)     2H2S + 3O2                             2H2O + 2SO2 (c)  3BaCl2 + Al2(SO4)3                         2AlCl3 + 3BaSO4 (d)         2K + 2H2O                          2 KOH + H2
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(d) पोटैशियम धातु जल के साथ अभिक्रिया करके पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड एवं हाइड्रोजन गैस देता है | उत्तर 5:  (a)          N2 + 3H2                             2NH3 (b)     2H2S + 3O2                             2H2O + 2SO2 (c)  3BaCl2 + Al2(SO4)3                         2AlCl3 + 3BaSO4 (d)         2K + 2H2O                          2 KOH + H2 प्रश्न 6: निम्न रासायनिक समीकरण को संतुलित कीजिये: (a) HNO3  + Ca(OH)2  → Ca(NO3)2  + H2O (b) NaOH + H2SO4 → Na2SO4 + H2O (c) NaCl + AgNO3  → AgCl2 + NaNO3 (d) BaCl2 + H2SO4 → BaSO4 + HCl उत्तर 6:  संतुलित रासायनिक समीकरण :- (a) 2HNO3  + Ca(OH)2  → Ca(NO3)2  + 2H2O (b) 2NaOH + H2SO4 → Na2SO4 + 2H2O  (c) NaCl + AgNO3  → AgCl + NaNO3  (d) BaCl2 + H2SO4 → BaSO4 + 2HCl प्रश्न 7: निम्न अभिक्रियाओं के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए | (a) कैल्सियम हाइड्रोक्साइड + कार्बन डाइऑक्साइड → कैल्सियम कार्बोनेट + जल (b) जिंक + सिल्वर नाइट्रेट → जिंक नाइट्रेट + सिल्वर (c) एलुमिनियम + कॉपर क्लोराइड → एलुमिनियम क्लोराइड + कॉपर (d) बेरियम क्लोराइड + पोटैशियम सल्फेट → बेरियम सल्फेट + पोटैशियम क्लोराइड उत्तर 7:   (a) Ca(OH)2 + CO2 → CaCO3 + H2O  (b) Zn + 2AgNO3 → Zn(NO3)2 + 2Ag  (c) 2Al + 3CuCl2 → 2AlCl3 + 3Cu  (d) BaCl2 + K2SO4 → BaSO4 + 2KCl  प्रश्न 8:
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प्रश्न 8: निम्न अभिक्रियाओं के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए एवं प्रत्येक अभिक्रिया का प्रकार बताईये | (a) पोटैशियम ब्रोमाइड(aq) + बेरियम आयोडाइड(aq) → पोटैशियम आयोडाइड(aq) + बेरियम ब्रोमाइड(s) (b) जिंक कार्बोनेट (s)  → जिंक ऑक्साइड (s) + कार्बन डाइऑक्साइड (g) (c) हाइड्रोजन (g) + क्लोरीन(g)  → हाइड्रोजन क्लोराइड(g)  (d) मैग्नीशियम (s)   + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (aq) → मैग्नीशियम क्लोराइड (aq) + हाइड्रोजन (g) उत्तर 8:   (a) 2KBr(aq) + BaI2(aq)  → 2KI(aq) + BaBr(s) | ⇒द्विविस्थापन अभिक्रिया (b) ZnCO3(s)   → ZnO(s) + CO2(s) |⇒ वियोजन अभिक्रिया (c) H2(g) + Cl2(g)  → 2HCl(g) |⇒ संयोजन अभिक्रिया (d) Mg(s) + 2HCl(aq)  → MgCl2(aq) + H2(g) |⇒ विस्थापन अभिक्रिया प्रश्न 9: ऊष्माक्षेपी एवं ऊष्माशोषी अभिक्रिया का क्या अर्थ है ? उदहारण दीजिये | उत्तर 9:  ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया - वे अभिक्रियाएँ जिसमें उत्पादों के बनाने पर ऊष्मा मुक्त होती है, ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाएँ कहलाती है | जैसे :- C + O2 → CO2 + ऊष्मा  ऊष्माशोषी अभिक्रिया - वे अभिक्रियायें जिसमें उत्पादों के बनाने पर ऊर्जा अवशोषित होती है, ऊष्माशोषी कहलाती है | जैसे :-       2AgCl(s)    सूर्य का प्रकाश       2Ag(s) + Cl2(g)   प्रश्न 10: श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया क्यों कहते है ? वर्णन कीजिये | उत्तर 10: पाचन क्रिया के समय भोजन हमारे शरीर में उपस्थित ऑक्सीजन के साथ मिलकर ऊर्जा मुक्त करता ही | हमारे शरीर की कोशिकाओं को उर्जा मिलाती है | अत: श्वसन एक ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है | C6H12O6 + 6O2 →  6CO2 + 6H2O + ऊर्जा
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C6H12O6 + 6O2 →  6CO2 + 6H2O + ऊर्जा प्रश्न 11: वियोजन अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रिया के विपरीत क्यों कहा जाता है ? इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखिए | उत्तर 11: संयोजन अभिक्रिया में दो या दो से अधिक अभिकारक परस्पर क्रिया करके एकल उत्पाद बनाते है , ठीक इसके विपरीत वियोजन अभिक्रिया में कोई यौगिक दो या दो से अधिक यौगिकों में विघटित हो जाता है | संयोजन –                  2H2 + O2 →  2H2O वियोजन –                   2H2O →  2H2 + O2 प्रश्न 12: उन वियोजन अभिक्रियाओं के एक – एक समीकरण लिखिए जिनमें ऊष्मा, प्रकाश एवं विद्युत के रूप में ऊर्जा प्रदान की जाती है | उत्तर 12: वियोजन अभिक्रिया (ऊष्मा) –                                                  CaCO3(s)          ऊष्मा           CaO(s) + CO2(g) वियोजन अभिक्रिया (प्रकाश) –                                                  2AgCl(s)        सूर्य का प्रकाश       2Ag(s) + Cl2(g) वियोजन अभिक्रिया (विद्युत) –                                                  2H2O(l)         विद्युत धारा       H2(g) + O2(g) प्रश्न 13: विस्थापन एवं द्विविस्थापन अभिक्रियाओं में क्या अंतर है? इन अभिक्रियाओं के समीकरण लिखिए | उत्तर 13: विस्थापन अभिक्रिया – इन अभिक्रियाओं में अधिक क्रियाशील तत्व कम क्रियाशील तत्व को उसके यौगिक से विस्थापित कर देता है | जैसे :-                          Zn(s) + 2AgNO3(aq)                            Zn(NO3)2(aq) + 2Ag(s) द्विविस्थापन अभिक्रिया – द्विविस्थापन अभिक्रियाओं में उत्पादों का निर्माण, दो यौगिकों के बीच आयनों के आदान – प्रदान से होता है | जैसे :-                         2KBr(aq) + BaI2(aq)                            2KI(aq) + BaBr2(s)
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उत्तर 13: विस्थापन अभिक्रिया – इन अभिक्रियाओं में अधिक क्रियाशील तत्व कम क्रियाशील तत्व को उसके यौगिक से विस्थापित कर देता है | जैसे :-                          Zn(s) + 2AgNO3(aq)                            Zn(NO3)2(aq) + 2Ag(s) द्विविस्थापन अभिक्रिया – द्विविस्थापन अभिक्रियाओं में उत्पादों का निर्माण, दो यौगिकों के बीच आयनों के आदान – प्रदान से होता है | जैसे :-                         2KBr(aq) + BaI2(aq)                            2KI(aq) + BaBr2(s) प्रश्न 14: सिल्वर के शोधन में, सिल्वर नाइट्रेट के विलयन से सिल्वर प्राप्त करने के लिए कॉपर धातु द्वारा विस्थापन किया जाता है | इस प्रक्रिया के लिए अभिक्रिया लिखिए | उत्तर 14:                          Cu(s) + 2AgNO3(aq)                          Cu(NO3)2(aq) + 2Ag(s)                                 कॉपर              सिल्वर नाइट्रेट                                    कॉपर नाइट्रेट                  सिल्वर  प्रश्न 15: अवक्षेपण अभिक्रिया से आप क्या समझते हैं? उदाहरण देकर समझाइए | उत्तर 15: जिस अभिक्रिया में अविलेय (अघुलनशील) अवक्षेप का निर्माण होता है, अवक्षेपण अभिक्रिया कहलाती है | जैसे :-                      BaCl2   +   K2SO4                                 BaSO4   +   2KCl                  बेरियम क्लोराइड    पोटैशियम सल्फेट                      बेरियम सल्फेट        सिल्वर क्लोराइड उपरोक्त अभिक्रिया में बेरियम सल्फेट के सफ़ेद अवक्षेप का निर्माण हो रहा है | इसलिए यह एक अवक्षेपण अभिक्रिया है |
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प्रश्न 16: ऑक्सीजन के योग या ह्रास के आधार पर निम्न पदों की व्याख्या कीजिए | प्रत्येक के लिए दो उदाहरण दीजिए | (a)	उपचयन                 (b)   अपचयन  उत्तर 16: (a)	उपचयन – इसमें ऑक्सीजन की वृद्धि होती है | जैसे :-                    (i)      C + O2                              CO2                   (ii)     2Cu + O2                           2CuO      (b)    अपचयन – इसमें ऑक्सीजन का ह्रास होता है | जैसे :-                    (i)      CO2 + H2                           CO + H2O                   (ii)     CuO + H2                           Cu + H2O प्रश्न 17: एक भूरे रंग का चमकदार तत्व ‘X’ को वायु की उपस्थिति में गर्म करने पर वह काले रंग का हो जाता है | इस तत्व ‘X’ एवं उस काले रंग के यौगिक का नाम बताइए |  उत्तर 17: तत्व ‘X’ का नाम कॉपर (Cu) है तथा काले रंग के यौगिक का नाम कॉपर आक्साइड (CaO) है | अभिक्रिया :-                        2Cu + O2    गर्म करने पर          2CuO प्रश्न 18: लोहे की वस्तुओं को हम पेंट क्यों करते है?  उत्तर 18: संक्षारण के कारण लोहे से बनी वस्तुओं का क्षय होता रहता है | जैसे जंग लगना आदि | इसी क्षय से बचने के लिए लोहे की वस्तुओं पर पेंट किया जाता है | पेंट होने के कारण लोहे का संपर्क वायु से नही हो पाता है और लोहे से बनी वस्तुएँ बहुत लंबे समय तक सुरक्षित रहती हैं |
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संपर्क वायु से नही हो पाता है और लोहे से बनी वस्तुएँ बहुत लंबे समय तक सुरक्षित रहती हैं | प्रश्न 19: तेल एवं वसायुक्त खाद्य पदार्थों को नाइट्रोजन से प्रभावित क्यों किया जाता है ?  उत्तर 19: तेल एवं वसायुक्त खाद्य पदार्थ वायु (ऑक्सीजन) से क्रिया करके विकृतगंधी हो जाते हैं | नाइट्रोजन सामान्य ताप पर आसानी से अभिक्रिया नहीं करती है | इसलिए तेल एवं वसायुक्त खाद्य पदार्थों को नाइट्रोजन से प्रभावित किया जाता है, जिससे यह लंबे समय तक सुरक्षित रहे| प्रश्न 20: निम्न पदों का वर्णन कीजिए तथा प्रत्येक का एक – एक उदाहरण दीजिए: (a)	 संक्षारण                                    (b)   विकृतगंधिता  उत्तर 20: (a) संक्षारण : जब कोई धातु अपने आस-पास अम्ल, आर्द्रता आदि के संपर्क में आती है तब ये संक्षारित होती हैं और इस प्रक्रिया को संक्षारण कहते हैं | इससे धातुओं की बनी वस्तुओं की बहुत अधिक क्षति होती है | जैसे :- लोहे पर जंग लगना,ताँबे पर हरी परत या चांदी पर काली परत का आना आदि | (b) विकृतगंधिता : वसा युक्त या तैलीय खाद्य सामग्री को जब लंबे समय तक रखा जाता है तो उसका स्वाद एवं गंध बदल जाती है, क्योकिं ये ऑक्सीजन से क्रिया करके विकृतगंधी हो जाते हैं | इसे ही विकृतगंधिता कहते हैं | जैसे :- चिप्स के पैकेट में  से ऑक्सीजन गैस निकालकर कम सक्रीय नाइट्रोजन गैस भरी जाती है |
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